कोई बात नहीं, मौसी ही तो है! हा हा हा..... पर लगती खूंखार है! आदेश बाबू, जब बच्चे होंगे तो उन्हें लेकर आऊंगा.... आपके ब्लॉग पर! फिलहाल, एक बैचलर की पीड़ा समझिये..... इट्स टफ टू बी ए बैचलर!
नाम : आदेश कुमार पंकज
पिता का नाम :( स्व०) श्री किशोरी लाल गुप्ता
माता का नाम : श्रीमती पुष्पावती गुप्ता
जन्म तिथि : ३०.०६ 1963
जन्म स्थान : शाहजहाँपुर (उ .प्र .)
शिक्षा : एम ० एस - सी० ( गणित शास्त्र ) एम ० ए० ( अर्थ शास्त्र ) बी० एड०
साहित्यिक परिचय : अनेकों कहानी व् कविताएँ विभिन्न पत्र - पत्रिकाओं में
प्रकाशित | आकाशवाणी लखनऊ से बाल कविताएँ प्रचारित | अनेकों कवि
सम्मेलनों कि अध्यक्षता व् संचालन | कस्तूरी कंचन आगमन संस्था द्वारा
प्रकाशित एवम दोहा कलश संयुक्त दोहाकारों के रूप में प्रकाशाधीन |
पुरस्कार : अखिल भारतीय वैश्य समाज शाहजहाँपुर द्वारा वैश्य रत्न से
सम्मानित | कई कवि सम्मेलनों में विशेष सम्मान |
माननीय शिक्षा मंत्री भारत सरकार श्रीमती स्मृति ईरानी द्वारा सम्मानित |
विधालय प्रबंधन द्वारा लगातार आठ वर्षों से सम्मानित |
वर्तमान में आदित्य बिरला पब्लिक स्कूल , रेनुसागर , सोनभद्र (उ ,प्र .)
में प्रवक्ता गणित शास्त्र के पद पर कार्य रत |
संपर्क : जूनियर ४५ - ए रेनुसागर ,सोनभद्र (उ.प्र.)- २३१२१८
मोब .नंबर . ९४५५५६७९८१
बहोत खूब लिखा है.....
ReplyDeleteइस तरह अगर हुआ तो मेरी चिन्मयी बहोत खुश हो जायेगी बिलकुल नहीं पछताएगी और मौसिजिसे दोस्ती कर लेगी :-)
कोई बात नहीं, मौसी ही तो है! हा हा हा..... पर लगती खूंखार है!
ReplyDeleteआदेश बाबू, जब बच्चे होंगे तो उन्हें लेकर आऊंगा.... आपके ब्लॉग पर!
फिलहाल, एक बैचलर की पीड़ा समझिये.....
इट्स टफ टू बी ए बैचलर!
लेकिन इतने गुस्से में क्यों है..?
ReplyDeleteअच्छी बाल कविता ..
ReplyDeleteएक-एक शब्द भावपूर्ण ...
ReplyDeleteसंवेदनाओं से भरी बहुत सुन्दर कविता.
Nice Post
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